Uttarakhand Weather :12 घंटे में हुई रिकॉर्ड 435.2 मिमी बारिश; नालों में आए भारी उफान ने मचाई तबाही

Slow Motion of Rain and umbrella

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ढालवाला में जंगलात की हाथीरोधी दीवार टूटने से जंगल के नालों का पानी यहां आवासीय और औद्योगिक क्षेत्र में जा घुसा। जिससे कई घर जलमग्न हो गए यहां घरों में रह रहे परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। वहीं एक फैक्ट्री व गोदाम में पानी घुसने से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। ऋषिकेश तथा आसपास क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से भारी वर्षा हो रही है।

मानसून काल में तीर्थनगरी ऋषिकेश में इस बार मूसलधार वर्षा से सहम गई। 24 घंटे के अंतराल में ऋषिकेश क्षेत्र में 435.2 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। भारी वर्षा के कारण आसपास के सभी बरसाती नाले और सदानीरा नदियों में भारी उफान आ गया।

ढालवाला में जंगलात की हाथीरोधी दीवार टूटने से जंगल के नालों का पानी यहां आवासीय और औद्योगिक क्षेत्र में जा घुसा। जिससे कई घर जलमग्न हो गए, यहां घरों में रह रहे परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। वहीं एक फैक्ट्री व गोदाम में पानी घुसने से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। ऋषिकेश तथा आसपास क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से भारी वर्षा हो रही है। बुधवार को शाम चार बजे से तेज वर्षा शुरू हो गई थी, जो बिना रुके लगातार जारी रही। पूरी रात भी वर्षा जारी रही।

भारी वर्षा का असर यह रहा कि सड़कों के किनारे बनी नालियां और ड्रेनेज पूरी तरह से जवाब दे गए। सड़कों पर बह रहे पानी ने नालों का रूप ले लिया। तमाम मोहल्ले और गलियां पानी से लबालब हो गई। जिससे कई घरों में पानी घुस गया। वहीं भारी वर्षा के कारण बरसाती नालों में भारी उफान आ गया।

ढालवाला के जंगल से आने वाले बरसाती नालों के पानी ने गैस गोदाम के समीप रुख बदला और यहां जंगलात की हाथी रोधी दीवारी को तोड़ता हुआ आबादी और औद्योगिक क्षेत्र की ओर उसका रुख हो गया। जिससे वार्ड संख्या एक में चीनी गोदाम के निकट कई घरों में पानी घुस गया।

यहां रात को एसडीआरएफ की टीम ने कुछ परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया। यह पानी पुराना भद्रकाली मंदिर मार्ग से होते हुए यहां पीबीसी पाइप बनाने वाली फैक्ट्री विनायक इंटरप्राइजेस में जा घुसा। जिससे फैक्ट्री में करीब तीन से चार फीट तक पानी भर गया और यहां सभी मशीनें और कच्चा-पक्का माल पानी और मलबे में दब गया।

बाद में यह पानी फैक्ट्री की पिछली दीवार को तोड़ता हुआ बाहर निकल गया। जिससे फैक्ट्री को आर्थिक नुकसान पहुंचा है। वहीं समीप ही कुछ गोदामों में भी पानी भर जाने से सामान को नुकसान पहुंचा है। वहीं आसपास की सड़कों पर खड़े वाहन भी मलबे में फंस गए। चंद्रभागा नदी उफान से ढालवाला के शांति नगर में जलसंस्थान के पंप व ओवरहेड टैंक के निकट दीवार ढह गई।

यहां खेल मैदान भी चंद्रभागा नदी के कटाव से बह गया है। चंद्रभागा नदी में रखे कुछ कंटेनर व पुराने ट्रक भी नदी में बहकर दब गए। सुबह 10 बजे वर्षा थमने के बाद सभी ने राहत की सांस ली। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक ऋषिकेश में बुधवार रात्रि आठ बजे से गुरुवार की सुबह आठ बजे तक 435.2 मिमी वर्षा रिकार्ड हुई है।

केंद्रीय जल आयोग में उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक पिछले कई वर्षों में 12 घंटे के अंतराल में इतनी अधिक वर्षा रिकार्ड नहीं की गई। हालांकि इस वर्षा से गंगा के जलस्तर पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ा। ऋषिकेश में गुरुवार को गंगा का जलस्तर 339.45 मीटर रहा, जो चेतावनी रेखा से पांच सेमी नीचे है।