Uttarakhand Tourism: नैनीताल में करीब-करीब खत्म हुआ समर टूरिज्‍म सीजन, हुआ ढाई सौ करोड़ का कारोबार

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Uttarakhand Tourismपर्यटन विशेषज्ञों के अनुसार इस सीजन में ढाई सौ करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ। सरोवर नगरी सहित पंगोट किलबरी मंगोली से घटगढ़ तक बल्दियाखान से ज्योलीकोट तक भवाली रोड में भूमियांधार गेठिया तक में डेढ़ हजार से अधिक होटल-रिजार्ट गेस्ट हाउस होम स्टे तथा रेस्टोरेंट संचालित हैं। नैनीताल शहर में 331 पंजीकृत जबकि दो सौ के करीब अवैध होटल-गेस्ट हाउस हैं।

नैनीताल, किशोर जोशी। उत्तराखंड में पर्यटन की तस्वीर अब बदलने लगी है। नैनीताल में अब ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन समाप्त होने की ओर है। सरोवर नगरी में ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन अब करीब-करीब समाप्त हो चुका है। होटल-रेस्टोरेंट में सीजनल स्टाफ की कटौती आरंभ हो गयी है। सीजन में पहाड़ से काम के सिलसिले में आए युवा भी लौटने लगे हैं। गाइड-टैक्सी सहित घुमंतू दुकानदारी भी सिमट गई है।

चिड़ियाघर से लेकर केव गार्डन, रोपवे, झील में नौकायन करने वाले पर्यटकों की संख्या में गिरावट आ गई है। पुलिस ने भी रूसी बाईपास में व्यवस्थाओं को समेटना आरंभ कर दिया है। अब बर्फबारी के सीजन में एक बार फिर से पर्यटन बढ़ेगा।

पर्यटन विशेषज्ञों के अनुसार इस सीजन में ढाई सौ करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ। सरोवर नगरी सहित पंगोट, किलबरी, मंगोली से घटगढ़ तक, बल्दियाखान से ज्योलीकोट तक, भवाली रोड में भूमियांधार, गेठिया तक में डेढ़ हजार से अधिक होटल-रिजार्ट, गेस्ट हाउस, होम स्टे तथा रेस्टोरेंट संचालित हैं। नैनीताल शहर में 331 पंजीकृत जबकि दो सौ के करीब अवैध होटल-गेस्ट हाउस हैं। पार्किंग की कमी की वजह से रूसी बाईपास लेकर नारायण नगर, खुर्पाताल में पर्यटक वाहनों को पार्क किया गया। जिससे इस क्षेत्र में भी छोटे-बड़े पर्यटन कारोबार में भी बूम आया। पर्यटन कारोबारियों को उम्मीद है कि वीकेंड का पर्यटन चलता रहेगा।

अब घटे कमरों के दाम नैनीताल

शहर में पार्किंग की कमी से लेकर करीब पांच दिन तक एक बड़े हिस्से में पानी के संकट ने भी करीब 50 होटलों सहित अन्य पर्यटन कारोबार को प्रभावित किया। इधर इस सप्ताह के शुभारंभ से पर्यटकों की आमद में एकाएक गिरावट आ गई। होटल कारोबारियों के अनुसार अब कमरों के रेट में 25 से 50 प्रतिशत तक की कमी आ गई है। होटलों में सीजन में चार हजार वाला कमरा अब डेढ़ दो हजार में आसानी से मिल रहा है।

व्यवस्थाओं के कुप्रबंधन का पड़ा असर

होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट के अनुसार पर्यटन सीजन में पार्किंग तथा सीजन के अंतिम सप्ताह पानी की कमी से पर्यटन कारोबार प्रभावित हुआ। उन्होंने कहा कि प्रशासन व पुलिस को सीजन में हुई दिक्कतों को बेहतर प्लानिंग कर दूर करना चाहिए। पर्यटन कारोबारी प्रवीण शर्मा के अनुसार सीजन की व्यवस्थाओं के कुप्रबंधन से 30 प्रतिशत कारोबार कम हुआ, अगले साल इसका और बुरा असर पड़ेगा। नैनीताल का पर्यटन प्रभावित होगा तो इसका असर गेटवे होने की वजह से कुमाऊं के पर्यटन पर पड़ना तय है।

पुलिस के प्लान से दिलाई जाम से मुक्ति

इस पर्यटन सीजन की शुरुआत में शहर में जाम से स्थानीय नागरिक परेशान रहे तो हाई कोर्ट ने संज्ञान लेकर सख्त दिशा-निर्देश दिए तो पुलिस ने वीआईपी कल्चर पर चोट करने के साथ ही शहर को जाम मुक्त बनाने में पूरी ताकत लगा दी। नतीजा यह निकला कि पर्यटक माल रोड में बेफिक्र होकर सैर सपाटा का लुत्फ उठा सके।

एसएसपी पंकज भट्ट ने सीजन में पुलिस की व्यवस्थाओं को सफल बताते हुए कहा कि सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है। उन्होंने बताया कि बुधवार से पुलिस व्यवस्थाएं हटा ली जाएंगी। इसके बाद फोर्स भी कांवड़ ड्यूटी में हरिद्वार जा रही है।