Purola Mahapanchayat: पुरोला महापंचायत के पहले हिन्दू नेताओं की गिरफ्तारी पर आक्रोश, पुलिस बल की भारी तैनाती के बीच पसरा सन्नाटा
मामला जब सुप्रीम कोर्ट व नैनीताल हाई कोर्ट तक पहुंचा को प्रशासन की ओर से मामले में सख्ती दिखाई गई जिसके बाद फिलहाल, महापंचायत को स्थगित किया गया है. इसके बाद सरकार और उत्तरकाशी जिला प्रशासन को बड़ी राहत मिली है.
म अनुज / उत्तरकाशी : उत्तरकाशी के पुरोला में आज यानी 15 जून गुरुवार को महापंचायत का आयोजन होना जिसे लेकर काफी दिनों से गतिरोध भी चल रहा था. हालांकि अभी यह गतिरोथ समाप्त होता दिख रहा है. सुप्रीम कोर्ट व नैनीताल हाई कोर्ट के पास जब इस मामले को ले जाया गया और दूसरी तरफ जब प्रशासन ने भी सख्ती दिखाई तो आखिरकर आयोजकों को इस महापंचायत को स्थगित ही करना पड़ा. हालांकि ऐसी भी बातें सामने आ रही है कि आने वाले दिनों में इस महापंचायत को आयोजित किया जाएगा.
सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता
महापंचायत टलने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है क्योंकि इससे पहले पुरोला क्षेत्र में निषेधाज्ञा को सख्ती से लागू किया गया था और क्षेत्र लगभग छावनी ही बन चुका था. चार जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए नाकेबंदी की गया था और महापंचायत करने आने वालों को कैसे रोका जाए इसका भी इतजाम किया गया छा.
मामला क्या था
26 मई को पुरोला एरिया में नाबालिग को भगाने का मामला सामने आया जिसमें एक मुस्लिम युवक और उसके एक साथ को आरोपी बनाया गया. इन दोनों को पकड़ा और फिर इस मामले के बाद ही विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के साथ ही स्थानीय व्यापारी मुस्लिम व्यापारियों के खिलाफ खड़ा है. उन्हें दुकानों को भी खाली करने के लिए कहा. कुछ मुस्लिम व्यापारी तो अपना सामान भी इकट्ठाकर निकल भी गए हैं.
निषेधाज्ञा को लेकर फैसला
वहीं कुछ दुकानें अभी भी बंद हैं. दूसरी ओर मुस्लिम संगठनों ने भी देहरादून में अपनी महापंचायत बुला ली जिसके बाद सरकार की परेशानी बढ़ गई. बताया जा रहा है कि पुरोला में गुरुवार को निषेधाज्ञा लागू ही रहेगी और फिर वहां के माहौल का जायजा लेने के बाद आगे निषेधाज्ञा लागू रखने या फिर हटा देने को लेकर फैसला किया जाएगा.