मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने चार धाम यात्रा के मद्देनजर ली अधिकारियों की बैठक…दिए कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश.
कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने सचिवालय स्थित वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली सभागार में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं की जानकारियां ली।। गुरूवार को आयोजित बैठक में मंत्री ने कहा कि श्रद्धालु बड़ी संख्या में देवभूमि उत्तराखण्ड पहुंच रहे है। बताया कि देशभर से लोगों ने दर्शन हेतु चारधामों के लिए ऑनलाइन व ऑफलाईन अपना रजिस्ट्रेशन कराया है अभी तक 07 जून तक रजिस्ट्रेशन के स्लॉट पूरे हो गये है। श्री अग्रवाल ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
उन्होंने निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाय कि चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं अच्छी हों। जिन श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो रही है, उन्हें मैदानी जगहों पर ही रोककर मेडिकल की सुविधाएं उपलब्ध कराईं जाएं, जिससे उन्हें ऊंचाई पर असुविधा न हो सके।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद जिन लोगों को परमिशन मिली है, वहीं लोग चारधाम यात्रा हेतु आ सके। ऑनलाईन एवं ऑफलाईन रजिस्ट्रेशन काउंटरों की संख्या बढ़ाकर लगातार मॉनिटरिंग की जाए।उन्होंने निर्देश दिये कि आने वाले श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सम्बन्धी जांच हेतु हरिद्वार एवं ऋषिकेश जैसे शुरूआती पड़ावों में ही स्वास्थ्य जांच हेतु कैंपों की संख्या बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में ट्रैफिक व्यवस्था एक अहम विषय है, इसके लिए जगह जगह बैरियर लगाकर यात्रा मार्गों की ट्रेफिक व्यवस्था को नियंत्रित किया जाए। मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने यात्रा मार्ग से संबंधित सभी जनपदों के जिलाधिकारियों, पुलिस अफसरों को आपस में तालमेल बनाकर यात्रा को सुचारू से चलाने को निर्देशित किया। उन्होंने यात्रा के लिए आ रहे सभी श्रद्धालुओं से अतिथि देवों भवः का भाव रखते हुए अच्छा आचरण अपनाने को कहा है।
बैठक पुलिस उपमहानिरीक्षक कार्मिक पी रेणुका देवी ने बताया कि वर्तमान में पुलिस भर्ती चल रही है, ऐसे में अधिकांश पुलिसकर्मियों की ड्यूटी भर्ती शिविर में लगी हुई है। पुलिस उपमहानिरीक्षक केएस नगन्याल ने वर्चुअल जुड़ते हुए बताया कि चारधाम यात्रा प्रचंड रूप से चल रही है। उन्होंने यात्रा मार्ग पर भीड़ को देखते हुए सुझाव दिया कि आगामी विधानसभा का प्रस्तावित सत्र गैरसैंण के समय व स्थान पर विचार किया जाए।
बैठक में सचिव दिलीप जावलकर, गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से रूद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, हरिद्वार एवं उत्तरकाशी के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक आदि उपस्थित थे।