Kedarnath Yatra : केदारनाथ यात्रा के दूसरे चरण ने बढ़ाई प्रशासन की मुसीबत; ये नई परेशानी बनी रोड़ा

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स्लाइड़िग जोन का ट्रीटमेंट भी सरकार द्वारा नहीं किया जा रहा है पिछले कई वर्षो से स्लाइड़िग जोन सक्रिय है लेकिन इसका ट्रीटमेंट करने का प्रस्ताव विभाग ने तो भेजा है लेकिन सरकार ने स्वीकृत नहीं किया है। जिससे यह स्लाइड़िग जोन भी लगातार खतरनका बनी है। तरसाली स्लाइड़िग जोन में गत दिनों एक कार दबने से पाचं लोगों की मौत हो गई थी।

 केदारनाथ यात्रा के द्वितीय चरण में भारी बारिश से हाइवे को पहुंची क्षति ने प्रशासन की चुनौतियां बढ़ा दी है। गौरीकुंड हाइवे कई स्थानों पर संकरा हो गया है, इन स्थानों पर एक ही वाहन गुजरने की स्थिति बनी है, जोकि पूरी केदारघाटी में जाम की स्थिति को काफी गंभीर कर देगा। गुप्तकाशी-कुंड से लेकर गौरीकुंड तक में कई स्थानों पर खतरनाक बना है। गौरीकुंड कस्बे में भी पहाड़ी से हुए भूस्खलन के कारण रास्ता खतरनका बना है।

इस वर्ष बरसात के सीजन में भारी बारिश के चलते गौरीकुंड हाइवे को काफी नुकसान पहुंचा है, कुंड से लेकर गौरीकुंड तक लगभग पचास किमी हाइवे पर सड़क कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त् हो गई है। कई स्थानों पर हाइवे सिंगल-वे बन गया है। केदारनाथ धाम दर्शन को सितंबर माह से फिर रफ्तार पकड़नी शुरू हो जाती है, हाइवे जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने के कारण काफी संकरा हो गया है। एक साथ दो वाहन क्रास नहीं हो सकते।

जबकि कुंड से लेकर गुप्तकाशी तक आठ किमी क्षेत्र में लगातार भू धसाव हो रहा है। जिस कारण यहां पर वाहनों की आवाजाही में काफी दिक्कतें आ रही है। गुप्तकाशी कसबे के अंतर्गत जीएमवीएन के पास भी भूस्खलन के चलते हाइवे धस रहा है, जिससे यहां पर जैसे तैसे वाहन निकल रहे हैं। नारायणकोटी, ब्यूंगाड़, तरसारी, देवीधार, डोलियादेवी, खाट, शेरसी के पास स्लाइड़िग जोन सक्रिय हैं।

स्लाइड़िग जोन का ट्रीटमेंट भी सरकार द्वारा नहीं किया जा रहा है, पिछले कई वर्षो से स्लाइड़िग जोन सक्रिय है, लेकिन इसका ट्रीटमेंट करने का प्रस्ताव विभाग ने तो भेजा है, लेकिन सरकार ने स्वीकृत नहीं किया है। जिससे यह स्लाइड़िग जोन भी लगातार खतरनका बनी है। तरसाली स्लाइड़िग जोन में गत दिनों एक कार दबने से पाचं लोगों की मौत हो गई थी।

एनएच के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह ने बताया कि स्लाइड़िग जोन के ट्रीटमेंट का प्रस्ताव पूर्व में स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है, स्वीकृति मिलने पर ही ट्रीटमेंट कार्य शुरू किया जाएगा। वहीं हाइवे पर आए मलबे को हटाने का कार्य गतिमान है। जल्द पूरी तरह हाइवे से मलबा हटा दिया जाएगा।