Haridwar News: नायला कादरी ने कहा- पाकिस्तान के अवैध कब्जे से आजादी चाहता है बलूचिस्तान

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पाकिस्तान अधिकृत बलूचिस्तान के स्वतंत्रता संघर्ष की नेता डा. नायला कादरी बलोच ने कहा कि इस्लामिक सिद्धांत के अनुसार मुस्लिम राष्ट्र के रूप में पाकिस्तान का कोई अस्तित्व नहीं है। पाकिस्तान आज भी भारत का ही अंश है। कहा कि इस्लाम व कुरान दोनों ही घृणा के आधार पर निर्मित किसी भी चीज को न तो स्वीकार करते हैं न ही मजहबी मान्यता देते हैं।

पाकिस्तान अधिकृत बलूचिस्तान के स्वतंत्रता संघर्ष के नेता डा. नायला कादरी बलोच ने कहा कि इस्लामिक सिद्धांत के अनुसार, मुस्लिम राष्ट्र के रूप में पाकिस्तान का कोई अस्तित्व नहीं है। पाकिस्तान आज भी भारत का ही अंश है।

कहा कि इस्लाम व कुरान, दोनों ही घृणा के आधार पर निर्मित किसी भी चीज को न तो स्वीकार करते हैं, न ही मजहबी मान्यता देते हैं। पाकिस्तान का निर्माण हिंदू विरोधी घृणित मानसिकता के आधार हुआ है, इसलिए उसका कोई अस्तित्व नहीं है।

विश्व के किसी भी देश ने बलूचिस्तान को नहीं दी है मान्यता

डा. नायला कादरी ने शुक्रवार को हरिद्वार में ‘दैनिक जागरण’ के साथ यह बात साझा की। इस दौरान उन्होंने स्वयं को बलूचिस्तान की प्रधानमंत्री के तौर पर प्रस्तुत किया। साथ ही यह भी स्वीकारा कि भारत सहित विश्व के किसी भी देश ने अभी तक बलूचिस्तान सरकार और उन्हें प्रधानमंत्री के तौर पर मान्यता नहीं दी है।

बलूचिस्तान की आजादी का मामला 1971 व 1948 से है अलग

कहा कि बलूचिस्तान के निवासियों ने वर्ष 2016 में आपसी सहमति से बलूचिस्तान सरकार का गठन करते हुए उन्हें अपना प्रधानमंत्री नियुक्त किया था। नायला ने कहा कि बलूचिस्तान की स्वतंत्रता का मामला वर्ष 1971 के बांग्लादेश और वर्ष 1948 के कश्मीर मामले से अलग है। बलूचिस्तान को इनसे अलग दृष्टिकोण, मनोवृत्ति से देखने और समझने की आवश्यकता है।

पाकिस्तान के आतंक के लिए चीन जिम्मेदार- नायला

भारत सरकार और यहां के नागरिकों से बलूचिस्तान की आजादी में सहयोग की गुहार लगाते हुए उन्होंने पाकिस्तान में आतंक के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि बलूचिस्तान का बच्चा-बच्चा आतंकवाद और पाकिस्तान के अवैध कब्जे से स्वतंत्रता चाहता है।

इससे पूर्व, धर्मनगरी पहुंचने पर नायला ने वीआइपी घाट पर भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री और आचार्य गिरीश मिश्र के सानिध्य में मां गंगा की पूजा व हवन कर विश्व शांति, बलूचिस्तान की स्वतंत्रता और इसमें भारत के सहयोग की कामना की।

बलूचिस्तान को भारत से है उम्मीद

उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान को भारत से बेहद उम्मीद है, भारत के लिए उनके मन में हमेशा सम्मान का भाव रहता है। इस मौके पर श्रीपंचदशनाम जूना आखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि, श्रीपरशुराम आखाड़ा के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक आदि उपस्थित थे।