Haldwani: 2218 परिवारों को अगले माह से मिलेगा पानी, ठेकेदारों ने टेंडर निरस्त होने के डर से शुरू किया काम
गौजाजाली क्षेत्र के लोगों को अगले माह से भरपूर पानी मिलेगा। विश्व बैंक के सहयोग से 2518.53 लाख की लागत से बनाई गई योजना का कार्य अंतिम चरण में है। योजना से दो ग्राम सभाओं के 2218 परिवारों को पानी मिलेगा। गौजाजाली उत्तर व बिचली ग्रामसभा में पेयजल आपूर्ति करने के लिए विश्व बैंक ने गौजाजाली पेयजल योजना बनाई है।
हल्द्वानी: गौजाजाली क्षेत्र के लोगों को अगले माह से भरपूर पानी मिलेगा। विश्व बैंक के सहयोग से 2518.53 लाख की लागत से बनाई गई योजना का कार्य अंतिम चरण में है। योजना से दो ग्राम सभाओं के 2218 परिवारों को पानी मिलेगा।
बैंक ने क्षेत्र में दिए 2218 क्नेक्शन
गौजाजाली उत्तर व बिचली ग्रामसभा में पेयजल आपूर्ति करने के लिए विश्व बैंक ने गौजाजाली पेयजल योजना बनाई है। इसके तहत शनि बाजार व बाइपास में पंप हाउस, 1200 किली व 350 किली का ओवरहेड टैंक, 34 किमी पेयजल लाइन, घरेलू मीटर व बल्क मीटर लगाने का कार्य होना था। काम जुलाई 2023 में पूर्ण करना था, लेकिन योजना दो माह लेट हो चुकी है। योजना के तहत बैंक ने क्षेत्र में 2173 कनेक्शन लक्ष्य के सापेक्ष 2218 कनेक्शन दिए है।
सितंबर अंत या अक्टूबर की शुरुआत में शुरू हो जाएगी जलापूर्ति
विश्व बैंक के अधिशासी अभियंता डीके पंत ने बताया कि योजना के तहत सितंबर अंत या अक्टूबर प्रारंभ में जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी। अभी बिचली क्षेत्र में ट्रायल के तौर पर सप्लाई चालू कर दी गई है। तीन माह तक ट्रायल चलेगा। तीन माह बाद लोगों को डमी बिल भेजा जाएगा। इससे लोगों को बिल का अनुमान लग जाएगा। लोगों को इसकी आदत पड़े इसलिए तीन माह तक पानी का ट्रायल रहेगा। इस दौरान का बिल जल संस्थान वसूलेगा। उसके बाद क्षेत्र हस्तांतरित होने के बाद विश्व बैंक ही बिल की वसूली करेगा।
टेंडर निरस्त होने के डर से ठेकेदारों ने शुरू किया कार्य
जल जीवन मिशन की योजनाओं को समय पर पूर्ण करने में रोड़ा बन रहे 10 ठेकेदारों ने टेंडर निरस्त होने के डर से कार्य शुरू कर दिया है। विभाग ने टेंडर व वर्क आर्डर के बाद भी कार्य शुरू न करने वाले दस ठेकेदारों का टेंडर निरस्त करने को एसई को पत्र लिखा था।
133 गांवों के लिए 140 करोड़ की लागत से बनाई गई थी 58 योजनाएं
जल जीवन मिशन के तहत हल्द्वानी शहर और कोटाबाग ब्लाक के 133 गांवों में प्यास बुझाने के लिए करीब 140 करोड़ की 58 योजनाएं बनाई गई थीं। योजना शुरू हुए चार साल बीत गए, लेकिन विभाग मात्र चार योजनाओं को ही पूर्ण कर पाया है। योजना को पूर्ण होने का लक्ष्य मार्च 2024 रखा गया है। अब विभाग को सात माह में 54 योजनाओं को पूर्ण करना है।
10 ठेकेदारों ने नहीं शुरू किया कार्य
विभाग ने दस योजनाओं के वर्क आर्डर मई व जून में किए थे, लेकिन तीन माह बाद भी 10 ठेकेदारों ने कार्य शुरू नहीं किया। इसको देखते हुए विभाग ने ठेकेदारों के टेंडर को निरस्त कर दोबारा टेंडर कराने की अनुमति को एसई को पत्र लिखा था। जागरण ने पूर्व के अंक में प्रमुखता से यह खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद ठेकेदारों ने कार्य शुरू कर दिए।