Dehradun : पिस्तौल दिखाकर लूट करने वालों का चार दिन बाद भी सुराग नहीं- तलाश में जगह-जगह दबिश
मामला गंभीर होने पर पुलिस लगातार यूपी के अलग-अलग शहरों में दबिश दे रही है लेकिन अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लग पाई है। थानाध्यक्ष कुंदन राम खुद दबिश में गए। टोल टैक्स पर लगे सीसीटीवी कैमरों से वाहन के नंबर से पुलिस आगे बढ़ रही है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने परेड ग्राउंड व आसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं।
अपराधियों में पुलिस का डर खत्म होता जा रहा है। बदमाश सरेआम बड़ी वारदातों को अंजाम देकर फरार हो जा रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में खुद को सीबीआइ अधिकारी बताकर सहस्रधारा रोड स्थित एक फ्लैट में घुसे तीन व्यक्तियों का पुलिस चार दिन बाद भी सुराग नहीं लगा पाई है।
आरोपित पिस्तौल दिखाकर फ्लैट में दो युवक व उनकी महिला मित्र से चार लाख रुपये और अन्य सामान लेकर फरार हो गए थे। यही नहीं आरोपितों ने युवक व उसकी महिला मित्र का अश्लील वीडियो भी बनाया और 30 लाख रुपये फिरौती मांगी। पुलिस अब जगह-जगह दबिश दे रही है, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लगी है।
मूल रूप से देवबंद सहारनपुर व वर्तमान में सहस्रधारा रोड निवासी एक युवक ने 29 अगस्त को रायपुर थाने में तहरीर दी कि वह अपने दोस्त व दोस्त की महिला मित्र के साथ सहस्रधारा रोड स्थित एक फ्लैट में गए थे। घटना सुबह सवा छह बजे की है। इसी दौरान फ्लैट में तीन व्यक्ति आए, जिन्होंने खुद को सीबीआइ दिल्ली का अधिकारी बताया और मारपीट करते हुए उनकी कनपटी पर पिस्तौल लगाकर दोस्त व उसकी महिला मित्र की अश्लील वीडियो बनाई।
इसके बाद आरोपित उनके पास से चार लाख रुपये, दो लैपटाप, दो महंगे फोन ले गए। इसके बाद शिकायतकर्ता व उसके दोस्त को परेड ग्राउंड स्थित उनके कार्यालय ले गए, जहां आफिस में तोड़फोड़ की और दोनों को घंटों कार में बैठाकर इधर-उधर घुमाते रहे।
आरोपित उनसे 30 लाख रुपये की फिरौती मांग रहे थे। शिकायतकर्ता किसी तरह से उनके चुंगल से भाग निकला। उसके दोस्त को आरोपितों ने डाट काली मंदिर के पास छोड़ा और फरार हो गए। पीड़ित की ओर से करीब 10 बजे शिकायत दर्ज करवाई गई, लेकिन अब तक आरोपितों का कोई पता नहीं लग पाया है।
आरोपितों की तलाश में जगह-जगह दबिश
मामला गंभीर होने पर पुलिस लगातार यूपी के अलग-अलग शहरों में दबिश दे रही है, लेकिन अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लग पाई है। थानाध्यक्ष कुंदन राम खुद दबिश में गए। टोल टैक्स पर लगे सीसीटीवी कैमरों से वाहन के नंबर से पुलिस आगे बढ़ रही है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने परेड ग्राउंड व आसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं। आरोपितों का पीड़ितों के साथ पहले से कोई संबंध तो नहीं था, पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है।