मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षित युवाओं को प्रदान किये नियुक्ति पत्र एवं लैपटॉप

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित कार्यक्रम में कोड योगी द्वारा प्रशिक्षित युवाओं को विभिन्न कंपनियों द्वारा प्रदान किये। नियुक्ति पत्र प्रदान किये गए। कोड योगी द्वारा प्रशिक्षित एवं नियुक्ति पत्र पाने वाले प्रदेश के विभिन्न आई.टी.आई. एवं पॉलिटेक्निक में अध्ययनरत छात्रों को शुभकामनायें देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नये जीवन की शुरूआत करने वाले युवाओं को जीवन में सकारात्मक सोच के साथ बेहतर करने के प्रयास करने होंगे। यह उनके जीवन की सफलता की राह प्रशस्त करेगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छी भावना के साथ किया गया कार्य आगे बढ़ने की भी प्रेरणा देता है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे जीवन में परिश्रम करते हुए आगे बढ़ने की सोच के साथ आगे बढ़े। सीखने की कोई उम्र नहीं होती। उन्होंने कहा कि युवा विकल्प रहित संकल्प के साथ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास करें। सपने तभी साकार होंगे जब आपके संकल्प में मजबूती होगी। स्वामी विवेकानन्द का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य अनन्त ऊर्जा का भण्डार है। वह जो चाहे कर सकता है। वह किसी सीमा से नहीं बंधा हैं। आवश्यकता स्वयं को जानने और पहचानने की है। तभी आपके मनोरथ सफल होंगें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोड योगी द्वारा युवाओं को तकनीकि शिक्षा उपलब्ध कराकर उन्हें प्रोत्साहित करने का भी कार्य किया गया है। निस्वार्थ भाव से किये गये ऐसे कार्य नियमित रूप से संचालित होते रहे, इसकी भी उन्होंने जरूरत बताई।

 मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवा नौकरी लेने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बने इसके लिए सरकार प्रोत्साहन देने में पीछे नहीं रहेगी। इसके लिए युवाओं के कौशल विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2025 में उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो, इसके लिए सभी संस्थानों संगठनों को आगे आकर सहयोगी बनना होगा। राज्य के विकास में अपना योगदान देना होगा। हम राज्य के हित में क्या बेहतर कर सकते है यह भावना होनी चाहिए।    उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में सभी का सहयोग लेने के लिये बोधित्सव श्रृखंला के माध्यम में बुद्धिजीवियों के सुझाव लिये जा रहे हैं। सरलीकरण, समाधान तक निस्तारण के मन के साथ कार्य कर रहे है। प्रदेश की जनता से हमने जो वायदे किये है उन्हें पूर्ण करने का हमारा निरन्तर प्रयास है। यदि प्रदेश हित में हम अच्छा कार्य करेंगे तो सभी अच्छा कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप के क्षेत्र में राज्य एक पायदान आगे बढ़ा है। इस क्षेत्र में हम बड़े राज्यों की श्रेणी में शामिल हो गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में एक नई कार्य संस्कृति एवं कार्य व्यवहार आया है। हम उत्तराखण्ड में भी कार्यसंस्कृति में सुधार ला रहे हैं। राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ  विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने हर वादे को पूरा करने में जुटे हैं। हमारी सरकार ने उत्तराखंड राज्य के लिए ’यूनिफॉर्म सिविल कोड’ का ड्राफ्ट तैयार करने हेतु कमेटी का गठन करा है, जो की जल्द ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।  इस यूनिफॉर्म सिविल कोड का दायरा सभी नागरिकों के लिये समान क़ानून चाहे वे किसी भी धर्म में विश्वास रखते हों, होगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो वर्षों में हमने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोरोना महामारी का डटकर मुकाबला किया, वहीं विकास की गति को भी आगे बढ़ाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व का ही परिणाम है कोरोना के समय में जब विश्व के अधिकांश देशों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई उस समय भी प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में संपूर्ण देशवासियों ने साथ मिलकर महामारी पर विजय पाई है। आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत आज निर्यात में भी अपनी पहचान बना रहा है। स्किल इंडिया स्टार्टअप इंडिया से जुडने का अवसर मिला है। समाज के अन्तिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक विकास योजनाओं का लाभ पहुचाना हमारा लक्ष्य है। इस अवसर पर कोड योगी के संस्थापक  प्रशांत चौधरी ने कहा कि हमने प्रदेश के आई.टी.आई. तथा पॉलिटेक्निक में अध्ययनरत छात्रों को कोडिंग के क्षेत्र में छात्रों को प्रशिक्षित करने का र्का किया हैं। यह छात्रों के संघर्ष को दिशा देने का भी कार्य रहा। इससे युवाओं में विश्वास भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि कोड योगी का मकसद युवाओं को तकनीकि दक्षता उपलब्ध कराना है। अभी 30 छात्रों को प्रशिक्षित किया गया है। भविष्य में और अधिक छात्रों को इससे जोड़ने का हमारा प्रयास रहेगा। कार्यक्रम में नियुक्ति पाने वाले छात्रों ने भी अपने विचार साझा किये।

इस अवसर पर सचिव पंकज कुमार पाण्डे, शैलेश बगोली, रविनाथ रमन, जिलाधिकारी देहरादून आर राजेश कुमार सहित विभिन्न आई.टी.आई. एवं पॉलिटेक्निक के प्रधानाचार्य भी उपस्थित थे।