Bageshwar News: सरयू नदी पर बना 110 वर्ष पुराना झूला पुल आवाजाही के लिए हुआ बंद, चौड़ी हो रही है दरार
Bageshwar News ऋषिकेश में बने लक्ष्मण झूला के बंद होने के बाद अब बागेश्वर में बने एक झूला पुल को बंद कर दिया गया है। अब इस झूले पर लोगों की आवाजाही नहीं होगी। खास बात ये ही कि ये पुल 110 साल पुराना है। अंग्रेजों के समय में सरयू नदी पर यह। इसमें दरार पड़ गई है और ये दरार लगातार चौड़ी होती जा रही है।
त्तराखंड में सरयू नदी पर बना 110 साल पुराना पुल अब लोगों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। 1913 में बना यह झूला पुल गुरुवार से आवाजाही के लिए पूरी तरह बंद कर दिया है। नगर पालिका ने पुल के दोनों तरफ बैरियर लगा दिए हैं। पुलिस भी आवाजाही करने वालों पर नजर रख रही है।
अंग्रेजों के समय में सरयू नदी पर बना झूला पुल 110 वर्ष का हो गया है। बीते दिन पुल के गार्डर और दीवार पर बड़ी दरार देखी गई। उसके बाद जिलाधिकारी ने त्वरित आदेश दिया और पुल को आवाजाही के लिए बंद कर दिया। गुरुवार को पालिका ने पुल के दोनों तरफ बैरियर लगा दिए हैं।
दरार लगातार चौड़ी होती जा रही
पालिकाध्यक्ष सुरेश खेतवाल ने कहा कि यह पुल कत्यूर बाजार से दुग बाजार को जोड़ता है। झूला पुल की दीवार पर पड़ी दरार लगातार चौड़ी होती जा रही है। उत्तरायणी के मेले के दौरान पुल पर रंगरोगन किया गया था। पुल को तब जिलाधिकारी के निर्देश पर बंद किया गया। उन्होंने कहा कि मरम्मत कराने को पत्राचार किया जाएगा। मरम्मत के बाद ही अब इस पुल पर आवाजाही फिर से शुरू की जाएगी।
राम झूले पर भी मंडरा रहा खतरा
गौरतलब है कि ऋषिकेश में बना राम झूला पर भी इन दिनों खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। उत्तराखंड में ऋषिकेश स्थित राम झूला पुल भी प्रदेश के 36 असुरक्षित पुलों में शुमार है। चार वर्ष पहले इसकी मरम्मत की आवश्यकता बताई गई थी। लक्ष्मण झूला बंद होने के बाद से ही राम झूला पर भार बढ़ गया है। दबाव लगातार बढ़ने की वजह से इस झूले पर भी खतरा बढ़ गया है।
1929 में बने लक्ष्मण झूला सेतु 12 जुलाई, 2019 को बंद किए जाने से राम झूला पुल पर दबाव बेतहाशा बढ़ गया। हालांकि, 21 नवंबर, 2020 को जानकी पुल पर आवागमन शुरू होने से इसमें काफी हद तक कमी आई। इसके बावजूद कांवड़ यात्रा, पर्यटन काल व अन्य आयोजनों के दौरान राम झूला पुल पर भारी दबाव रहता है।