Uttarakhand: उत्तराखंड में विकास की रफ्तार होगी तेज, अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों को मिलेगा सीएम से सम्मान
Uttarakhand मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि वर्ष 2030 तक सतत विकास लक्ष्य को पूरा करने वाले जिलों में इस वर्ष से एसडीजी ट्रॉफी प्रदान की जाएगी। साथ ही पंचायत स्तर तक एसडीजी को क्रियान्वित करने के लिए वर्ष 2030 तक 17 से 23 सितंबर तक एसडीजी सप्ताह मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य के सतत विकास के लिए काम कर रही है।
त्तराखंड में अब विकास की रफ्तार तेज हो गई है। अब विकास लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार खुद हर जिले को प्रेरित कर रही है। अब जो भी जिला इस लक्ष्य को पूरा करेगा उसे खुद सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सम्मानित करेंगे। इसका एलान भी मुख्यमंत्री धामी ने ही किया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि वर्ष 2030 तक सतत विकास लक्ष्य को पूरा करने वाले जिलों में इस वर्ष से एसडीजी ट्रॉफी प्रदान की जाएगी। साथ ही पंचायत स्तर तक एसडीजी को क्रियान्वित करने के लिए वर्ष 2030 तक 17 से 23 सितंबर तक एसडीजी सप्ताह मनाया जाएगा।
सरकार कर रही विकास के लिए काम
बुधवार को सुभाष रोड स्थित होटल पैसेफिक में यूएनडीपी (यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम) के तहत आयोजित एसडीजी अवार्ड समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री ने यह घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि विकासखंडों, पंचायत विद्यालयों, जनपदों एवं राज्य स्तर पर कार्यशालाएं, जन जागरूकता कार्यक्रम व वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। सरकार राज्य के सतत विकास के लिए काम कर रही है। एसडीजी रैंकिंग में राज्य नौवें से तीसरे स्थान पर आ गया है। समाज के कई ऐसे लोग हैं, जो बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। इससे अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिल रही है।
राज्य के विकास के लिए सभी को साथ आना है
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि में जब ऐसे लोगों से मिलता हूं तो मुझमें भी ऊर्जा का संचार होता है। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिए सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है। जब हम सभी एक दिशा में काम करेंगे तो निश्चित रूप से राज्य प्रगति के पथ पर आगे बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ने पिछले कुछ सालों में कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है।
समिति ने किया चयन
वर्ष 2023 के लिए कुल 17 लोगों व संस्थाओं को एसडीजी गोलकीपर अवार्ड दिया गया। इसमें पांच व्यक्ति और 12 संस्था शामिल हैं। इनके चयन के लिए पूर्व मुख्य सचिव एन रविशंकर की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई थी। जिसमें दून विवि की कुलपति प्रो सुरेखा डंगवाल, पलायन आयोग के उपाध्यक्ष एसएस नेगी भी सदस्य रहे।
इन्हें मिला अवार्ड
जगमोहन राणा, डा. सुरभि जायसवाल, खरती कोरंगा, आरोही फाउंडेशन, भागीरथी फाउंडेशन, रचनात्मक महिला मंच, डिव इन प्रो, नौला फाउंडेशन, उत्तरांचल युवा, ग्रामीण विकास केंद्र, देवकी देवी ग्राम पंचायत रायगी, एग्री नेट फूड्स एंड बेवरेज प्राइवेट लिमिटेड, जगदीश सिंह नेगी, शिप्रा कल्याण समिति, चंदन सिंह नपाल दर्पण समिति एवं कार्ड संस्था।