Rudrapur News: फरार वन्यजीव तस्कर अर्जुन उर्फ कौआ की तलाश जारी, संदिग्धों से पूछताछ
बाघ की खाल और हड्डी की तस्करी के आरोपित पिता-पुत्र समेत तीन वन्यजीव तस्करों को भले ही वन विभाग और एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया हो लेकिन गिरोह का मुख्य सरगना अर्जुन उर्फ कौआ अभी हत्थे नहीं चढ़ा है। ऐसे में वन विभाग और एसटीएफ उसकी तलाश में जुटी है। संदिग्धों से पूछताछ के साथ ही उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
बाघ की खाल और हड्डी की तस्करी के आरोपित पिता-पुत्र समेत तीन वन्यजीव तस्करों को भले ही वन विभाग और एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन गिरोह का मुख्य सरगना अर्जुन उर्फ कौआ अभी हत्थे नहीं चढ़ा है। ऐसे में वन विभाग और एसटीएफ उसकी तलाश में जुटी है। संदिग्धों से पूछताछ के साथ ही उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
बुधवार रात काशीपुर से रुद्रपुर के लिए लाई जा रही बाघ की दो खाल और 35 किलो हड्डी के साथ वन विभाग और एसटीएफ ने बाजपुर दोराहा पर ट्रक सवार तीन तस्करों को गिरफ्तार किया था। बाद में वन विभाग ने पिता-पुत्र सरवरखेड़ा जसपुर निवासी शमशेर सिंह पुत्र कुलविंदर सिंह, कुलविंदर सिंह और जोगा सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया था।
इस दौरान हुई पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह वन्य जीव तस्कर देहरादून निवासी अर्जुन उर्फ कौआ गैंग से जुड़े हैं। बाघ की खाल और हड्डी काशीपुर से लाए हैं और अर्जुन के कहने पर बेचने के लिए रुद्रपुर ले जा रहे थे। तब से वन विभाग और एसटीएफ अर्जुन उर्फ कौआ की तलाश में जुटी है। कुछ संदिग्धों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक बाघ कहां मारा गया था, और कौन-कौन लोग गिरोह से जुड़े हैं, यह राजफाश अर्जुन की गिरफ्तारी के बाद ही होगा।