Pithoragarh: चार बार सर्वे के बाद भी धरातल पर नहीं उतरी सड़क; ग्रामीणों ने दी चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी
Pithoragarh News पिथौरागढ़ की जनता आम सुविधाओं के लिए भी तरस रही है। विकासखंड बेरीनाग के अंतर्गत प्रेमनगर से हीपा तक प्रस्तावित सड़क चार बार सर्वे के बाद भी धरातल पर नहीं उतर सकी है। इस सड़क को बनाने के लिए सर्वे तो होता है लेकिन अभी तक इसा निर्माण नहीं हो पाया है। अब ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की बात कही है।
विकासखंड बेरीनाग के अंतर्गत प्रेमनगर से हीपा तक प्रस्तावित सड़क चार बार सर्वे के बाद भी धरातल पर नहीं उतर सकी है। सड़क के लिए परेशान ग्रामीण मंगलवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। ग्रामीणों ने अपनी समस्या जिलाधिकारी के सामने रखते हुए सड़क का निर्माण कराए जाने की मांग की है। प्रेमनगर से हीपा गांव तक सड़क बनाने के लिए पहली सर्वे 2014 में की गई थी। इसके बाद कभी लोनिवि तो कभी पीएमजीएसवाई के माध्यम से चार बार सर्वे कराई जा चुकी है, लेकिन सड़क एक इंच भी आगे नहीं बढ़ी है।
सड़क नहीं होने से ग्रामीण पांच से सात किमी. पैदल चलकर सड़क तक पहुंच पाते हैं। सड़क के अभाव के अधिकांश परिवार गांवों से पलायन कर चुके हैं। सामाजिक कार्यकर्ता मनोज कार्की ने बताया कि सड़क नहीं बनने से नाराज क्षेत्रवासियों ने पिछले विधानसभा चुनावों का बहिष्कार किया था। ग्रामीणों को मनाने के लिए शीघ्र सड़क बनवाए जाने का भरोसा दिया गया था।
लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की कही बात
मुख्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने जिलाधिकारी रीना जोशी के सामने अपनी समस्या रखते हुए अविलंब सड़क बनवाए जाने की मांग की। जिलाधिकारी से मिलने के बाद सामाजिक कार्यकर्ता मनोज कार्की ने कहा कि सड़क नहीं बनी तो इस बार लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।
13 वर्ष बाद भी धरातल पर नहीं उतरी सड़क
धरमघर से वासुकीनाग मंदिर तक प्रस्तावित सड़क 13 वर्ष बाद भी धरातल पर नहीं उतरी है। कई बार सड़क निर्माण की मांग उठा चुके क्षेत्रवासी क्षेत्र की उपेक्षा से आक्रोश में हैं। क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने शीघ्र सड़क का निर्माण नहीं होने पर सामूहिक रूप से सड़कों पर उतरने की चेतावनी दे दी है। सड़क के मसले पर डेढ़ दर्जन से अधिक ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने बेरीनाग लोनिवि के अधिशासी अभियंता से मुलाकात की और उन्हें बताया कि धरमघर से वासुकीनाग तक सड़क निर्माण का आदेश 2008 में हुआ था, 2010 में लोनिवि और तहसील प्रशासन ने सड़क निर्माण के लिए संयुक्त सर्वे भी किया।
जल्द डीपीआर तैयार कर सड़क निर्माण का दिया भरोसा
लोनिवि ने जल्द डीपीआर तैयार कर सड़क निर्माण का कार्य शुरू कर देने का भरोसा क्षेत्रवासियों को दिया था, लेकिन 13 वर्ष बीत जाने के बाद भी सड़क निर्माण शुरू नहीं हुआ है। सड़क के अभाव में क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोग परेशान हैं। परेशानी झेल रहे लोग गांव छोड़कर पलायन करने को मजबूर हैं। पंचायत प्रतिनिधियों ने शीघ्र सड़क का निर्माण शुरू कराये जाने की मांग की।
अधिशासी अभियंता से मिलने वालों में ग्राम प्रधान नागलिंग, राज्य आंदोलनकारी राजेंद्र सिंह कार्की, ग्राम प्रधान मसूरिया किरन देवी, ग्राम पंचायत पांखू सेरा किरन, ग्राम प्रधान संगठन अध्यक्ष मनोज सिंह कार्की, ग्राम प्रधान दशौली गंगा पाठक, मनोहर सिंह पंचपाल आदि शामिल थे। अधिशासी अभियंता ने सड़क निर्माण के कार्य को आगे बढ़ाने का भरोसा पंचायत प्रतिनिधियों को दिया।