Roorkee: मशरूम फैक्ट्री में रैक टूटने से हुआ दर्दनाक हादसा, दो महिलाओं की मौत; चार घायल
Roorkee News कोटवाल आलमपुर गांव में स्थित मशरूम फैक्ट्री में लोहे की रैक टूटकर गिरने से छह महिलाएं दब गईं। हादसे के समय फैक्ट्री में 28 महिलाएं काम कर रही थी। इलाज के दौरान दो महिलाओंं को मृत कर दिया गया। वहीं चार महिला घायल हैं। कंपनी द्वारा मृतक महिलाओं के परिजनों को छह छह लाख रुपए के चेक दिए गए।
Roorkee News: कोटवाल आलमपुर गांव में स्थित मशरूम फैक्ट्री में लोहे की रैक टूटकर गिरने से छह महिलाएं दब गईं। आननफानन में इन महिलाओं को बाहर निकाला गया। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इलाज के दौरान दो महिलाओंं को मृत कर दिया गया। वहीं चार महिला घायल हैं। हादसे के समय फैक्ट्री में 28 महिलाएं काम कर रही थी।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिनव शाह क्षेत्राधिकारी बहादुर सिंह चौहान तहसीलदार शालिनी मौर्य, क्षेत्रीय विधायक वीरेंद्र जाती ग्राम प्रधान शुभम चेयरमैन राजू बबलू व कंपनी मालिक अमित कुमार के बीच समझौता हुआ।
जिसमें मृतक महिलाओं के परिजनों को छह छह लाख रुपए के चेक दिए गए तथा घायलों के उपचार कराने की जिम्मेदारी ली गई। उसके बाद मृतक महिलाओं के शव को फैक्ट्री से उठा पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल रुड़की भिजवा दिया गया।
फैक्ट्री में करीब 28 महिलाएं कर रही थी काम
झबरेड़ा थाना क्षेत्र के कोटवाल आलमपुर गांव में मशरूम उगाने की कैल्विन ओवरसीज फैक्ट्री है। सोमवार को फैक्ट्री में करीब 28 महिलाएं काम कर रही थी। शाम के समय लोहे की रैक पर उगाई गई मशरूम को महिला कर्मचारी तोड़ रही थी।
इसी दौरान अचानक लोहे की एक रैक टूट गई। जिसके बाद उसके नीचे लगी अन्य लोहे की रैक टूटती चली गई। जिसके नीचे चार महिला कर्मचारी दब गई। अचानक हुए हादसे से मौके पर अफरातफरी मच गई। हादसा होते देख अन्य महिला कर्मचारी जान बचाने को बाहर की तरफ दौड़ी।
महिला कर्मचारियों के शोर मचाने पर अन्य लोग वहां पर पहुंचे। इसी बीच पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलने पर झबरेड़ा थाना प्रभारी धर्मेंद्र राठी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने लोगों की मदद से लोहे की रैक के नीचे दबी महिला कर्मचारियों को बाहर निकाला।
सभी महिला कर्मचारियों को आननफानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर एक महिला कर्मचारी की हालत गंभीर बनी है। आरोप है कि मैंटेनेंस की कमी के चलते यह हादसा हुआ है। वहीं फैक्ट्री प्रबंधन पूरे मामले की लीपापोती करने में लगा है।